चूत मांगे बाप का प्यार-2

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम प्रितंका गुप्ता है। मैं 23 साल की हूं, और पंजाब के लुधियाना शहर में रहती हूं। फिगर मेरा 34-29-36 है। आज मैं अपनी सेक्स कहानी का अगला पार्ट लेके आई हूं। मेरी पिछली कहानी पर बहुत से लड़कों ने मुझे मैसेज किए, और मुझे कहा कि उनको मेरी कहानी बहुत पसंद आई, और मैं जल्दी से जल्दी नया पार्ट लिखूं। उन सब लड़कों को मैं प्यार देना चाहूंगी। जिन लड़कों ने अपने लंड की फोटो भेजी है, मैं उनकी भी शुक्र-गुजार हूं, क्योंकि उनके लंड देख कर मेरा चूत में उंगली करना आसान हो गया है। अब कहानी में आगे बढ़ते है-

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि अपने पापा का लंड देखने की चाह में मैं कईं दिनों तक उनके कमरे के बाहर जा कर इंतजार करती रही। फिर आखिरकार वो दिन आ ही गया, जब मुझे उनके रूम से मम्मी-पापा के चुम्मा-चाटी करने की आवाज सुनाई दी। फिर मैंने दरवाजे से अंदर झांका, और अब उनका बेड मुझे साफ दिखाई दे रहा था। अब आगे-

मैंने देखा मम्मी-पापा दोनों बेड पर घुटनों के बल बैठे हुए थे, और एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे। मम्मी ने नाइट-सूट पहना हुआ था ग्रे रंग का, और पापा पजामा और बनियान में थे। दोनों घुटनों पर बैठे हुए एक-दूसरे के होंठ चूस रहे थे, और दोनों के बीच से हवा गुजरने की भी जगह नहीं थी।

मैंने देखा पापा बड़े अच्छे से मम्मी के होंठ चूस रहे थे। उनका किसिंग स्टाइल मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मेरे पापा तो इमरान हाशमी को भी पीछे छोड़ दिए थे। किस करते हुए वो मम्मी की पीठ और गांड पर हाथ फेर रहे थे। मुझे अपनी मम्मी की किस्मत से थोड़ी जलन सी होने लगी थी, कि एक असली मर्द मिला था उनको।

फिर उन्होंने किस तोड़ी, और पापा ने मम्मी के नाइट-सूट का शर्ट आगे से खोल दिया। अब पापा मम्मी की गर्दन पर चूमने लगे। उनको ऐसा करते देख मेरी गर्दन पर गुदगुदी सी होने लगी। गर्दन पर चूमते हुए पापा ने मम्मी को लिटा लिया, और उनके ऊपर आ गए।

बेड पर लेटते ही मम्मी ने जल्दी से अपना शर्ट निकाल दिया। अब मम्मी ब्रा और पजामे में थी। फिर पापा ने मम्मी की ब्रा भी निकाल दी, और उनके बूब्स को हाथ में लेके मसलने लगे। मेरी मम्मी भी कम सेक्सी नहीं है। उनका फिगर भी तकरीबन मेरे जैसा ही है, बस हर चीज 2 इंच मोटी होगी, और पेट थोड़ा निकला हुआ है। लेकिन उनको देख कर भी सारे भूखे शेरों के लंड खड़े हो जाएंगे।

अब पापा ने मम्मी के बूब्स को एक-एक करके चूसना शुरू कर दिया। मम्मी मस्त सिसकियां लेते हुए पापा के सर पर हाथ रख कर उनके मुंह को अपने बूब्स में दबा रही थी। फिर पापा बूब्स चूसने के बाद नीचे आए, और मम्मी की नाभि को चूमने लगे। वो जीभ डाल कर उनकी नाभि में गोल-गोल घुमा रहे थे।

उनको ऐसा करते देख मेरी चूत गीली होने लगी थी। कुछ देर तक नाभि चूसने के बाद पापा थोड़ी और नीचे आए, और मम्मी के पजामे में हाथ डाल कर उसको नीचे खींच दिया। मम्मी ने नीचे नीले रंग की फूलों वाली पैंटी पहनी हुई थी। उनकी पैंटी पर चूत वाली जगह गीली थी। पापा ने पैंटी के ऊपर से ही मम्मी की चूत पर किस किया, जिससे मम्मी के मुंह से आह निकल गई।

मैं सोच रही थी कि मम्मी को कितना मजा आ रहा होगा। क्योंकि मेरी तो उनको देख कर ही हालत खराब हो रही थी, और वो तो वहां उस मर्द के नीचे लेट कर मजे ले रही थी।

फिर पापा मम्मी की जांघों को चूमने लगे। वो चूमते हुए मम्मी की मोटी जांघों को मसल रहे थे। मम्मी बस मजा ले रही थी, और उनकी पैंटी पर जो चूत के पानी का धब्बा बना था, वो बड़ा होता जा रहा था।

मम्मी की जांघों को अच्छे से चूमने और मसलने के बाद पापा ने मम्मी की पैंटी खींच दी। मम्मी ने गांड उठा कर अपनी पैंटी निकालने में पापा की मदद की। अब मम्मी की नंगी चूत पापा के सामने थी। चूत पर हल्के बाल थे। मैंने देखा कि मेरी मम्मी की चूत भोंसड़ा बनी हुई थी। इसका मतलब पापा ने मम्मी की बहुत चुदाई की हुई थी। कितनी किस्मत वाली है मम्मी। ऐसे पति कम ही औरतों को मिलते है, जो उनकी चूत का भोंसड़ा बना देते है।

फिर पापा ने मम्मी की चूत पर अपना मुंह लगाया, और उसको चाटना शुरू कर दिया। पापा किसी शिकारी कुत्ते की तरह मम्मी की चूत चाट रहे थे। मम्मी बस आह आह की सिसकारियां भर रही थी, और पापा के सर को अपने भोंसड़े में दबा रही थी। पापा तो ऐसे मम्मी की चूत खा रहे थे, जैसे उसको उखाड़ ही डालेंगे।

मैं सोच रही थी कि मेरे पापा में चूत की कितनी भूख थी, जो इतनी बार चोदी हुई चूत को भी इतनी शिद्दत से चाट रहे थे। अगर कहीं पापा को मेरी कुंवारी चूत मिल जाए, तो कितना मजा देंगे, और कितने वहशीपन से मुझे चोदेंगे। ये सोच कर मेरी चूत बहती जा रही थीं।

कुछ देर तक मम्मी का भोंसड़ा चाटने के बाद पापा घुटनों पर बैठे, और अपने कपड़े उतारने लगे। आज मैं पहली बार अपने पापा का गठीला और तगड़ा जिस्म नंगा देखने वाली थी। पापा ने पहले बनियान उतारी। नीचे से पापा की कसी हुई बॉडी निकली, जिसको देख कर दिल करने लगा कि उनकी बॉडी के हर एक इंच को चाटू।

फिर पापा ने अपना पजामा उतारा। उनकी जांघें भी एक-दम कसी हुई थी। पापा के अंडरवियर में उनका तगड़ा भुजंग खड़ा हुआ नज़र आ रहा था। उसको देख कर लग रहा था कि वो बाहर आने को तड़प रहा था, और मुझे आवाजें लगा रहा था। इधर मेरी चूत भी उसको चीख-चीख कर पुकार रही थी।

अब पापा अपना अंडरवियर उतारने वाले थे। लेकिन जैसे ही वो अंडरवियर उतारने लगे, मम्मी ने जल्दी से उनको बेड पर धक्का देकर लिटा दिया, और उनके ऊपर आ गई।

इसके आगे इस हॉट कहानी में क्या हुआ, वो आपको कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा। अपनी फीडबैक मुझे [email protected] दे सकते है।

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