हॉट फुद्दी चुदाई कहानी में मेरी मासी मेरे साथ रहती है मेरी बीवी की तरह चूत मरवाती है. एक बार हम उसकी विधवा सहेली के घर गए. वहां सहेली की फुद्दी का मजा मासी ने दिलवाया.
नमस्कार दोस्तो, एक बार फिर से सैम आपके सामने हाजिर है.
मैं और मेरी मासी (रानी) एक पति पत्नी की तरह ही रहते हैं.
हर शाम जब मैं थका-हारा घर लौटता हूं, तब वे मेरी थकान मिटाने के लिए अपने हाथों से मुझे नहलाती हैं और रात सोने के पहले मेरे लिए स्ट्रिप टीज डांस करती हैं, जिसके बाद मैं उन्हें रात भर चोदता हूं.
जब भी मैं बिजनेस ट्रिप पर जाता हूं तो मैं उन्हें अपने साथ ले जाता हूं, ताकि हम दोनों चुदाई का भरपूर मजा ले सकें.
एक बार मुझे दिल्ली जाना था और हमारे रहने के लिए मैं वहां एक होटल बुक करने वाला था.
लेकिन तभी मेरी रानी मासी ने कहा- हम लोग दिल्ली में मेरी सहेली नादिरा के घर रहेंगे. मैं 8 साल से उससे नहीं मिली हूँ. मेरा उससे मिलने का बहुत मन कर रहा है.
मैंने तुरंत कहा- नहीं, ये मुमकिन नहीं है. अगर हम किसी और के घर में रहेंगे तो हम लोग सेक्स नहीं कर पाएंगे.
यह हॉट फुद्दी चुदाई कहानी इसी नादिरा की है.
तब मेरी मासी ने कहा- उसकी तुम फिक्र मत करो, मैं तुम्हारी जरूरत का ख्याल रखूंगी … और वैसे भी सिर्फ दो दिनों की ही तो बात है!
फिर मैंने भी अपनी रानी की बात मान ली और उनकी सहेली के घर रुकने के लिए राजी हो गया.
जब मैं दिल्ली नादिरा के घर गया और उसे देखा तो मेरा लंड फुल लेंथ में खड़ा हो गया.
वह एक टू बीएचके वाले फ्लैट में रहती है.
नादिरा की उम्र लगभग मेरी मासी जितनी, यानि 25 साल की थी.
उसके दूध काफी बड़े थे और गांड तो उफ्फ़ … हाहाकारी पहाड़ी सी थी, देखने लायक माल थी वह.
नादिरा ने काफी मेहनत से और अच्छी तरह से अपने आपको मेंटेन किया हुआ था.
लेकिन मुझे अपनी मासी से ज्यादा कुछ नहीं चाहिए था.
नादिरा ने कहा- जया, तुम मेरे साथ मेरे कमरे में रहोगी और सैम तुम उस कमरे में अकेले रहोगे.
मेरी मासी का असली नाम जया है और मैं उन्हें प्यार से रानी बुलाता हूं.
जब नादिरा ने मुझे अकेले एक कमरे में रहने को कहा तो भला ऐसा कैसे हो सकता था.
फिर जैसे तैसे दो दिन निकल गए.
अब मैं खुश था क्योंकि आज हमारा आखिरी दिन था और हम दोनों घर लौटने वाले थे.
उस दिन सुबह मुझे काम से छुट्टी मिल गई थी तो मैं नहा धोकर तैयार होकर किचन की ओर जा रहा था.
जब मैं किचन के दरवाजे तक पहुंचा, तब मैंने अपनी रानी और नादिरा को कुछ बात करते सुना.
मैं उनकी कानाफूसी सुनकर वहीं रुक गया और उन दोनों की बातें सुनने लगा.
रानी- अरे नादिरा, तेरे शौहर के मरने के बाद ये तुझे क्या हुआ है?
नादिरा- क्या मतलब?
रानी- मतलब यह कि कॉलेज मैं तो सब तेरे इस सुंदर शरीर पर मरते थे लेकिन आज मुझे वह तेरी सुंदर चमक नजर क्यों नहीं आ रही है. तुझे हुआ क्या है, बता भी मुझे!
नादिरा- अरे जाने दे!
रानी- वाह … अब अपनी बेस्ट फ्रेंड से भी अपनी बात को छुपाएगी, तू बता भी दे … अगर मैं तेरी कोई मदद कर सकी तो मैं जरूर करूंगी और खुश भी होऊंगी.
नादिरा- ठीक है. तू तो जानती है कि मेरे शौहर को मरे हुए दो साल हो गए हैं और इन दो सालों में मैंने एक बार भी सेक्स ही नहीं किया है!
रानी- क्यों?
नादिरा- अरे, मैं विधवा हूं ना … और ऊपर से बांझ तो मुझसे कोई शादी भी नहीं करना चाहता है.
रानी- लेकिन तेरी दूसरी शादी से तेरी सेहत का क्या ताल्लुक!
नादिरा- ताल्लुक है यार. अरे जया मैंने दो साल से लंड नहीं देखा है. जब मेरे शौहर जिंदा थे, तब उनके चार इंच के साथ लंड के साथ मैं नखरे करती थी और अब तो ऐसी हालत है कि 2 इंच की लुल्ली भी देखने को नहीं मिलती है. अगर मैंने कोई XXX मूवी देखी तो मेरी चूत गीली हो जाती है और फिर उस रात को देर तक नींद नहीं आती है. इसलिए मैंने वे सब फिल्में भी देखना बंद कर दी हैं.
रानी- अरे तो फिर चूत के लिए क्या किया?
नादिरा- मैंने इंटरनेट पर अपने फोटो डाले, सोचा कोई तो मेरे हिस्से को देख कर मुझे चोदने को राजी होगा. लेकिन मेरी यह कोशिश भी बेकार गई. कोई आया भी नहीं और मेरे काफी पैसे भी डूब गए. अब तो मैंने उम्मीद ही छोड़ दी है. अब सिर्फ भगवान से प्रार्थना है कि वह एक ऐसे फरिश्ते को भेज दें, जिससे मेरी भट्टी की तपिश ठंडी हो जाए. जया तू बता, तेरे भी पति ने तो तुझे छोड़ दिया है … क्या तुझे ऐसा कुछ नहीं होता?
रानी- अरे क्यों नहीं होता है, लेकिन मेरे पास इसका उपाय भी है!
नादिरा- उपाय, कैसा उपाय?
रानी- अरे मेरा भानजा, सैम
नादिरा- मतलब तू बेशर्म रंडियों की तरह अपने भानजे से अपना खेत जुतवा लेती हो?
रानी- अरे इसमें बेशर्मी वाली कौन सी बात है? मैं एक औरत हूं और वह एक जवान मर्द है … और जो हम दोनों करते हैं, वह तो प्राकृतिक कार्य है. सेक्स करते वक्त हम सिर्फ एक मर्द और औरत होते हैं. कोई मासी भानजा नहीं. और वैसे भी मेरे भानजे का तो 7 इंच लंबा लंड देखकर तो कोई और उसके अपनी चूत, गांड सब मरवाना चाहेगी तो भला मैं क्यों नहीं! तू कहे तो मैं तेरे लिए भी अपने भानजे से बात करूं?
नादिरा- अरे नहीं.
रानी- अरे मान भी जा, आखिर कब तक अपनी चूत कोरी रखेगी. मेरी बात मान ले.
नादिरा- अगर मैं मान भी गई तो क्या तुम्हारा भानजा मुझे चोदने तैयार होगा?
रानी- क्यों नहीं? आखिर वह भी तो एक मर्द है और अगर मर्द को एक जगह दो मिल जाएं, तो वह भी खुश हो जाएगा.
यह सुनकर मैं खुश था कि नादिरा जैसी माल चोदने को मिल रही है.
थोड़ी देर बाद:
नादिरा- तो फिर ठीक है … तुम उससे मेरी बात कर लो.
यह सब सुनकर मेरा लंड मेरी पैंट के बाहर आने को बेताब हो गया था क्योंकि मुझे अब डबल मजा मिलने वाला था.
फिर दोपहर को मेरी रानी मेरे कमरे में आईं और उन्होंने नई फुद्दी के लिए मुझसे पूरी बात कह डाली.
तब मैंने अपनी रानी से कहा- मैं सिर्फ अपनी रानी को चोदूंगा, किसी और को नहीं चोदूंगा.
मेरी रानी ने कहा- मुझे इस बात से बेहद खुशी है कि तुम मुझे इतना चाहते हो. पर मेरे लाड़ले भानजे, यदि तुम मुझसे इतना अधिक प्यार करते हो तो प्लीज मेरे कहने पर मेरी सहेली की प्यास बुझा दो!
फिर थोड़ी देर के नखरों के बाद मैं मान गया लेकिन मैंने कहा- मैं तुम्हें पहले चोदूंगा.
मैं फिर उस रात सिर्फ अंडरवियर में अपनी दोनों रानियों का इंतजार करने लगा था.
थोड़ी देर बाद वे दोनों सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में मेरे सामने आ गईं.
मैंने तब नादिरा से कहा- आप बाहर बैठें. जब मेरा और रानी का हो जाएगा, फिर मैं आपको बुला लूंगा.
लेकिन मेरी मासी ने कहा- उसे यहीं खड़ी रहने दो और देखने दो ताकि उसे मालूम पड़े कि हम दोनों कैसे करते हैं!
मैंने अपनी मासी की बात मान ली. फिर अपनी रानी को अपनी बांहों में लेकर उनके होंठों पर चुम्मा दिया.
कुछ ही देर में मेरी रानी मासी काफी गर्म हो गई थीं, आखिर उनकी चूत भी दो दिन से लंड की भूखी थी.
फिर मैंने मासी के ब्लाउज के बटन खोल दिए और उन्हें नंगी करना शुरू कर दिया.
अब रानी मासी सिर्फ ब्रा और पैंटी में रह गई थीं.
रानी ने भी मेरी अंडरवियर निकाल कर मेरा 7 इंच लंबा लंड अपने हाथों में ले लिया और वे उसका मजा लेने लगीं.
लंड को चूमने के बाद मासी ने झट से उसे अपने मुँह में ले लिया और चूसने चाटने लगीं.
यह सब नादिरा भी देख रही थी और अपने दूध दबा रही थी.
मैं आज कुछ अलग सा महसूस कर रहा था कि मासी लंड चूस रही हैं और उनकी सहेली देख रही है.
यह अहसास स्वर्ग में रहने जैसा था.
कुछ ही देर बाद मेरा रस निकलने लगा तो मौसी ने मेरा सारा रस पी लिया.
रस चूस लेने के बाद भी मासी जब तक लंड चूसती रहीं.
मैं भी उनके खरबूजों को सहलाता मसलता रहा.
फिर मैंने उन्हें खड़ा किया और उनकी नाभि को चूमते हुए उनकी पैंटी निकाल दी.
अब वे पूरी तरह नंगी हो गई थीं.
मैंने उनकी गांड को चाटना शुरू कर दिया.
उनकी गांड काफी रसीली हो गई थी.
मासी पल पल सिहर रही थीं.
फिर मैंने अपनी रानी को बिस्तर पर लिटा दिया और उनकी चूत में अपना मुँह डाल कर उसे चूसने लगा.
वे भी मेरा सर पकड़कर मेरा पूरा साथ दे रही थीं.
चूत चूसते चूसते मैंने मासी की चूत का सारा रस पी लिया.
मासी की चूत से रस चाट लेने के बाद भी मैंने काफी देर तक चूत चाटी जिससे मासी वापस हॉर्नी हो गई थीं.
उसके बाद रानी मासी ने कहा- अब चोद भी दो मेरी चूत को … कब तक तड़फाओगे!
अपनी रानी की बात मान कर मैंने उन्हें चोदना शुरू किया और इस सीन को उनकी सहेली मजे से देखती हुई अपनी चूचियों को भींच रही थी.
मैंने रानी की चूत की जम कर चुदाई की और उनके अन्दर ही अपना सारा रस छोड़ने के पहले लंड बाहर निकाल लिया.
ये सब देख कर नादिरा गर्म हो गई थी.
‘अब नादिरा को भी चांस दो!’ इतना कहकर रानी ने उसे अपने पास बुलाया और मुझे पकड़ा कर अपनी गांड मेरे मुँह में लगाते हुए कहा- चाट पूरी की पूरी.
तभी नादिरा ने पास आकर मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया.
क्या बताऊं ऐसा मेरे साथ पहली बार हो रहा था कि दो माल मेरे साथ सेक्स करने के लिए नंगी थीं.
थोड़ी देर बाद मेरी मासी ने कहा- अब तुम दोनों करो, मैं सोने जा रही हूं!
फिर रानी मासी अपने कपड़े लेकर दरवाजा बंद करके दूसरे कमरे में चली गईं.
नादिरा ने कहा- सैम डार्लिंग, तुम तो सेक्स के राजा हो. जिस तरह से तुमने अपनी मासी को रानी बनाया, बस उसी तरह तुम मुझे भी अपनी रानी बना लो! अपने सात इंच लम्बे लंड को आज मुँह में लेकर मैं तो धन्य हो गई, अब इसे जल्दी से मेरी चूत में पेल दो.
बस फिर क्या … मैंने उसे नंगी कर दिया.
उसकी चूत देखकर मैं पागल सा हो गया.
मैंने झांट वाली चूत पहली बार देखी.
नादिरा की चूत चाटने में कुछ अलग ही मजा आ रहा था.
इस बार मैंने पहले नादिरा गांड मारने का सोचा लेकिन डर लग रहा था क्योंकि नादिरा की फुद्दी काफी भूखी थी.
इसी बीच नादिरा ने खुद से कहा कि डार्लिंग पहले तुम मेरी गांड मार दो.
मेरी गांड में कभी लंड नहीं गया, आज डाल कर इसे अपना बना लो!
बस फिर क्या … मैंने तेल से अपने लंड को चिकना किया और थोड़ा तेल नादिरा की गांड पर लगा कर उसकी गांड में अपना लंड धीरे धीरे डालने लगा.
वह भी काफी उत्तेजित हो रही थी. गांड मरवाते वक्त उसे काफी दर्द हो रहा था.
उसका दर्द देख कर मैं रुक जाता, तो वह कहती- रुको मत, फाड़ दो!
मैं फिर से शुरू हो जाता.
करीब 20 मिनट तक गांड मारने के बाद में हट गया.
तब नादिरा मेरे ऊपर सवार होकर मेरा लंड अपनी फुद्दी में लेकर मजा लेने लगी.
उसके दूध मस्त उछल रहे थे.
मैंने उसके मम्मों का मजा लेते हुए उससे कहा- थैंक्स डार्लिंग, आज तुमने मुझे स्वर्ग दिखा दिया!
वह मुझे चूमने लगी.
थोड़ी देर बाद वह मेरे बाजू में लेट गई और मैं उसके मम्मों के साथ खेलने लगा.
उसकी एक बार और हॉट फुद्दी चुदाई करने के बाद मैं उसके एक दूध को अपने मुँह में लेकर सो गया.
सुबह रानी ने नादिरा से अपने अनुभव के बारे में पूछा तो वह कुछ नहीं बोली, बस वह उदास थी.
मुझे मालूम हुआ कि वह हमारे जाने से दुखी है.
मैंने अपनी रानी से कहा- क्यों न हम नादिरा को अपने साथ ले चलें!
रानी ने इस बात को मान लिया और उन्होंने नादिरा को ये खुशखबरी सुनाई.
यह सुनकर नादिरा खुशी के मारे पागल हो गई.
वह हमारे साथ आ गई.
अब हम तीनों साथ एक ही घर में रहते हैं.
दो दो चूतों की चुदाई से मेरी लाइफ बन गई है.
आपको मेरी हॉट फुद्दी चुदाई कहानी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
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