नमस्कार पाठकों, मैं Thor आज आपके लिए एक सेक्स नई कहानी लेके आया हूं। मेरी पिछली कहानियों को अपना प्यार देने के लिए धन्यवाद। उम्मीद है मेरी आने वाली कहानियों को भी आपका इतना ही प्यार मिलेगा। चलिए अब मैं सीधे कहानी पर आता हूं।
ये कहानी अरुण की है। अरुण 27 साल का जवान लड़का है। वो एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। उसके परिवार में मां और बहन है। बाप उसका 10 साल पहले ही चल बसा था। अरुण की मम्मी का नाम सुमन है, और उसकी बहन का नाम प्रिया है। अरुण की मम्मी वैसे तो 48 साल की है, लेकिन जिस हिसाब से उन्होंने अपने आप को सवार के रखा है, वो 38 से ऊपर की नहीं लगती।
उसकी मम्मी की ऊंचाई 5’6″ है, और रंग गोरा है। मम्मी का फिगर 36-32-38 है। अब आप लोग खुद अंदाजा लगा ले कि उसकी मां कितनी सेक्सी है। उसकी मम्मी हमेशा साड़ी पहनती है, जिसमें वो बहुत सेक्सी लगती है। ब्लाउज में से उसके बूब्स की क्लीवेज के दर्शन बड़े आराम से हो जाते है। उसकी नंगी कमर, और साड़ी में लिपटी हुई उसकी गांड के आस-पड़ोस में बड़े दीवाने है।
जिस तरह से बाहर के लोग अरुण की मम्मी के दीवाने है, उसी तरह से अरुण भी अपनी मां को बहुत पसंद करता है। उसने कईं बार अपने मां के बारे में सोच कर मुठ मारी है। वो हमेशा सोचता था कि उसकी मां, जो साड़ी में इतनी सेक्सी लगती है, वो अगर जींस या लेगिंग्स पहन लेगी, तो कहर ढाना शुरू कर देगी।
अरुण के अंदर अपनी मां को चोदने की इच्छा तो थी, लेकिन मां-बेटे का रिश्ता होने की वजह से और समाज के डर से कभी उसने अपनी मां से कुछ नहीं कहा। हालांकि मुठ उसने बहुत मारी है अपनी मां की चुदाई करने का सोच कर।
उसकी मम्मी के इतने दीवानों में एक दीवाना और भी था, जो था अरुण कर बॉस। एक दिन ऑफिस की एक पार्टी में अरुण अपनी मां और बहन के साथ गया। वहां जाके वो अपने दोस्तों के पास चला गया, और उसकी मां और बहन इधर-उधर घूमने लगे। उस दिन उसकी मम्मी ने काले रंग की साड़ी पहनी थी।
एक तो फिगर जबरदस्त, दूसरा रंग गोरा, और ऊपर से काला रंग पहन कर उसकी मां सुमन एक-दम बवाल काट रही थी। तभी अरुण के बॉस ने अरुण की मां को देख कर उससे पूछा-
बॉस: अरुण ये तुम्हारे साथ कौन आया है? तुम्हारी बीवी है?
अरुण हंसते हुए बोला: नहीं सिर, ये मेरी मम्मी है।
बॉस हैरान हो कर बोला: सच में ये तुम्हारी मम्मी है?
अरुण: जी हां सर।
बॉस: मिलवाओगे नहीं अपना माता जी से?
अरुण: जरूर मिलवाऊंगा सर।
ये बोल कर अरुण अपने बॉस को अपनी मम्मी के पास ले गया। आगे बढ़ने से पहले अरुण के बॉस के बारे में जान लीजिए। अरुण का बॉस 35 साल का महा अय्याश बन्दा है। उसका बीवी से तलाक हो चुका है, और उसकी हवस की कोई सीमा नहीं है। अपनी चुदाई की प्यास मिटने के लिए वो किसी ना किसी को पटा लेता है, और बाद में उसकी खूब चुदाई करता है। जब उसके पास चोदने के लिए कोई पटाई हुई लड़की नहीं होती, तो वो रंडियां बुला कर चोदता है।
सुमन के पास जाते ही बॉस ने उसके सामने अपने हाथ जोड़े, और झुक कर उनके पैर छूने का दिखावा करने लगा। अरुण की मम्मी ने उनसे कहा-
सुमन: अरे सर, ये आप क्या कर रहे है? आपकी कंपनी की वजह से हमारा घर चलता है, आप ऐसे मेरे पैर ना छुओ।
फिर जब बॉस ऊपर होने लगा, तो उसने मौके का फायदा उठाते हुए अपने हाथ सुमन की जांघों पर फेर दिए। उसकी जांघों पर हाथ फेर कर बॉस को बड़ा मजा आया। अरुण की मम्मी को उसकी इस हरकत का पता तो चल गया था। लेकिन उसने गलती से हो गया होगा सोच कर नजरअंदाज कर दिया। फिर जब बॉस सुमन से बातें कर रहा था, तो उसकी नज़र काले ब्लाउज में छुपे बूब्स की क्लीवेज पर थी। सुमन ने ये बात भी नोटिस की, लेकिन नजरअंदाज कर दी। फिर पार्टी खत्म हो गई, और वो लोग वापस आ गए।
अगले कुछ दिन ऐसे ही निकल गए। फिर एक दिन सुबह-सुबह अरुण ऑफिस जाने के लिए तैयार हो रहा था। वो बहुत खुश लग रहा था। उसको इतना खुश देख कर उसकी मम्मी ने उससे पूछा-
सुमन: क्या बात है बेटा, आज बड़ा खुश लग रहा है?
अरुण: मम्मी आज हमारे ऑफिस में प्रमोशन की लिस्ट निकलने वाली हैं। मुझे पूरा यकीन है कि मुझे प्रमोशन मिलेगा, और मेरी सैलेरी में भी अच्छा-खासा इजाफा होगा। इससे हमारे घर के हालात और बेहतर हो जायेंगे।
उसकी मम्मी उसकी ये बात सुन कर बहुत खुश हो गई और बोली-
सुमन: भगवान तुझे तरक्की दे मेरे बेटे।
फिर अरुण ऑफिस चला गया। पूरा दिन सुमन घर के काम-काज में व्यस्त रही। शाम को जब दरवाजे की घंटी बजी, तो उसके चेहरे पर खुशी के भाव आ गए, क्योंकि आज बेटे का प्रमोशन होने वाला था। फिर वो जल्दी से दरवाजे की तरफ गई, और दरवाजा खोला। फिर जैसे ही उसने दरवाजा खोला, तो उसके चेहरे से हंसी गायब हो गई।
सुमन ने देखा कि उसका बेटा बिल्कुल खुश नहीं था, और उसकी आँखें भी नम थी। तभी उसको शराब की बदबू आई तो उसको पता चला कि वो शराब भी पी कर आया था। अरुण की ऐसी हालत देख कर सुमन हैरान थी। फिर वो बोली-
सुमन: अरुण बेटा, ये क्या हाल बना रखा है?
अरुण कुछ नहीं बोल, और चुप-चाप अंदर आ कर सोफा पर बैठ गया। फिर सुमन ने दरवाजा बंद किया, और जल्दी से अपने बेटे के पास आ कर सोफा पर बैठ गई। फिर वो बोली-
सुमन: अरे क्या हुआ बता ना? और आज तो तेरा प्रमोशन होने वाला था। हुआ के नहीं? और तूने शराब क्यों पी रखी है?
जब अरुण फिर नहीं बोला, तो सुमन ने थोड़ा गुस्से वाली आवाज में कहा-
सुमन: ऐसा क्या हो गया बेटा जो तू जवाब भी नहीं दे रहा है। मैं पागल हूं जो तुझसे पूछ रहीं हूं?
फिर अरुण बोला: मम्मी सब बर्बाद हो गया।
ये सुन कर उसकी मम्मी और घबरा गई।